(केंद्र सरकार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर और भाजपा के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी को भी यह सम्मान देने की घोषणा की है। चौधरी चरण सिंह देश के पांचवें और नरसिम्हा राव नौवें प्रधानमंत्री थे। वहीं स्वामीनाथन को हरित क्रांति का जनक कहा जाता है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों शख्सियतों को देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान देने की जानकारी उनकी तस्वीरों के साथ शेयर की। लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र के इस फैसले पर विपक्ष कुछ कहने की स्थिति में नहीं है। )
इस बार केंद्र की मोदी सरकार भारत रत्न सम्मान में भी चौंका रही है। एक महीने में केंद्र सरकार अभी तक पांच लोगों को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने की घोषणा कर चुकी है। लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र के इस फैसले पर विपक्ष भी कुछ कहने की स्थिति में नहीं है। शुक्रवार को भारत रत्न के लिए तीन नाम और सामने आ गए हैं। जिसमें दो पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह को “भारत रत्न” दिया जाएगा। इसके साथ एमएस स्वामीनाथन को भी देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न मिलेगा। इससे पहले 23 जनवरी को केंद्र सरकार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर और 3 फरवरी को भाजपा के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी को यह सम्मान देने की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। चौधरी चरण सिंह देश के पांचवें और नरसिम्हा राव नौवें प्रधानमंत्री थे। वहीं स्वामीनाथन को हरित क्रांति का जनक कहा जाता है। चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न सम्मान की घोषणा पर उनके पोते और राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी ने लिखा- दिल जीत लिया। प्रधानमंत्री ने तीनों शख्सियतों को देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान देने की जानकारी उनकी तस्वीरों के साथ शेयर की। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा- हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है। उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हों या देश के गृहमंत्री और यहां तक कि एक विधायक के रूप में भी, उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की। वे आपातकाल के विरोध में भी डटकर खड़े रहे। हमारे किसान भाई-बहनों के लिए उनका समर्पण भाव और इमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र के लिए उनकी प्रतिबद्धता पूरे देश को प्रेरित करने वाली है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा- प्रधानमंत्री के रूप में नरसिम्हा राव गारू का कार्यकाल महत्वपूर्ण उपायों द्वारा चिह्नित किया गया था, जिसने भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोल दिया, जिससे आर्थिक विकास के एक नए युग को बढ़ावा मिला।
इसके अलावा, भारत की विदेश नीति, भाषा और शिक्षा क्षेत्रों में उनका योगदान एक ऐसे नेता के रूप में उनकी बहुमुखी विरासत को रेखांकित करता है, जिन्होंने न केवल महत्वपूर्ण परिवर्तनों के माध्यम से भारत को आगे बढ़ाया बल्कि इसकी सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत को भी समृद्ध किया। पीएम मोदी ने लिखा- यह बेहद खुशी की बात है कि भारत सरकार कृषि और किसानों के कल्याण में हमारे देश में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए डॉ. एमएस स्वामीनाथन जी को भारत रत्न से सम्मानित कर रही है। उन्होंने चुनौतीपूर्ण समय के दौरान भारत को कृषि में आत्मनिर्भरता हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारतीय कृषि को आधुनिक बनाने की दिशा में उत्कृष्ट प्रयास किए। हम एक अन्वेषक और संरक्षक के रूप में और कई छात्रों के बीच सीखने और अनुसंधान को प्रोत्साहित करने वाले उनके अमूल्य काम को भी पहचानते हैं। डॉ. स्वामीनाथन के दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल भारतीय कृषि को बदल दिया है बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा और समृद्धि भी सुनिश्चित की है। वह ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें मैं करीब से जानता था और मैं हमेशा उनकी अंतर्दृष्टि और इनपुट को महत्व देता था। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिंह राव की बेटी एवं भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) से विधानपरिषद सदस्य वाणी देवी ने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ के लिए अपने पिता को नामित किये जाने की शुक्रवार को सराहना की और इस निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया। वाणी ने कहा कि नरसिंह राव उस वक्त प्रधानमंत्री बने थे जब देश मुश्किल समय का सामना कर रहा था। उन्होंने (राव ने) सुधारों को लागू किया जिसकी पूरे विश्व ने सराहना की। उन्होंने कहा, दलगत भावना से ऊपर उठकर राव के योगदान को मान्यता देना और भारत रत्न प्रदान करना हमारे प्रधानमंत्री (मोदी) के अच्छे मूल्यों को दर्शाता है।