
(केंद्र सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले पूर्ण बजट में ‘एनपीएस वात्सल्य स्कीम’ का एलान किया गया था। बुधवार, 18 सितबर को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए एनपीएस वात्सल्य स्कीम का पोर्टल लॉन्च किया। केंद्र की इस योजना से बच्चों के फ्यूचर की टेंशन खत्म होगी । बालिग होने पर यह रेगुलर एनपीएस (नेशनल पेंशन स्कीम) अकाउंट में बदल जाएगा। देश के लगभग सभी बैंक, पोस्ट ऑफिस और पेंशन फंड में पॉइंट ऑफ प्रेजेंस के जरिए अकाउंट ओपन किया जा सकेगा। मान लीजिए कि आपका बच्चा 3 साल का है। इस स्कीम में अगर आप 10,000 रुपए की एसआईपी करते हैं तो बच्चे के 18 साल का होने पर करीब 63 लाख रुपए का फंड जमा हो सकता है। )
अगर आपके बच्चे 18 साल से कम हैं तो यह खबर आपके काम की हो सकती है। सही मायने में मोदी सरकार की यह नई बचत स्कीम केवल बच्चों के लिए है। इसके जरिए माता-पिता अपने बच्चे के लिए पेंशन खाता खोलकर उनके भविष्य की नींव मजबूत कर सकेंगे। अब आइए जानते हैं केंद्र की इस स्कीम के बारे में । केंद्र सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले पूर्ण बजट में ‘एनपीएस वात्सल्य स्कीम’ का एलान किया गया था। बुधवार, 18 सितबर को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए एनपीएस वात्सल्य स्कीम का पोर्टल लॉन्च किया। एनपीएस वात्सल्य बच्चों के बड़े होने पर फाइनेंशियल सिक्योरिटी एन्श्योर करने में मदद करेगा। स्कीम में बच्चों की ओर से माता-पिता निवेश कर सकते हैं। बालिग होने पर यह रेगुलर एनपीएस (नेशनल पेंशन स्कीम) अकाउंट में बदल जाएगा। सीतारमण निर्मला सीतारमण ने एनपीएस वात्सल्य स्कीम के लॉन्च के मौके पर कहा कि माता-पिता और अभिभावकों को अपने नाबालिग बच्चों के जन्मदिन और अन्य अवसरों पर एनपीएस वात्सल्य में निवेश करने पर विचार करना चाहिए। देश के लगभग सभी बैंक, पोस्ट ऑफिस और पेंशन फंड में पॉइंट ऑफ प्रेजेंस के जरिए अकाउंट ओपन किया जा सकेगा। मान लीजिए कि आपका बच्चा 3 साल का है। इस स्कीम में अगर आप 10,000 रुपए की एसआईपी करते हैं तो बच्चे के 18 साल का होने पर करीब 63 लाख रुपए का फंड जमा हो सकता है। अधिकतम योगदान की सीमा तय नहीं की गई है। माता-पिता अधिकृत बैंकों की शाखाओं में जाकर या ऑनलाइन तरीके से यह खाता खुलवा सकते हैं। आईसीआईसीआई और एक्सिस बैंक ने यह सुविधा शुरू कर दी है। इसके अलावा डाकघर और पेंशन कोष नियामक (पीएफआरडीए) के दफ्तर में भी खाता खोलने की सुविधा उपलब्ध होगी। या फिर npstrust.org.in पर ऑनलाइन ई-एनपीएस पोर्टल पर जाए और आवश्यक दस्तावेजों को ऑनलाइन आवेदन जमा करें। इस योजना के तहत 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों का खाता उनके माता-पिता या कानूनी संरक्षक खुलवा सकते हैं। वित्त मंत्रालय की तरफ से पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (पीएफआरडीए) की निगरानी में यह स्कीम संचालित होगी।खाता खोलने के लिए बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र, स्कूल छोड़ने का प्रमाण पत्र, मैट्रिकुलेशन प्रमाण पत्र, पैन कार्ड व पासपोर्ट देना होगा। अभिभावक को भी केवाईसी के लिए अपने दस्तावेजों के तौर पर आधार, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, वोटर आईडी कार्ड व अन्य दस्तावेजों में से मांगे जाने पर कोई भी जमा कर सकते हैं। बच्चे की आयु 18 वर्ष पूरी होने पर वात्सल्य खाता अपने-आप नियमित एनपीएस खाते में परिवर्तित हो जाएगा। खाताधारक को रोजगार मिलने पर इस खाते को नियोक्ता के साथ जोड़ा जा सकता है। हालांकि, एनपीएस वात्सल्य योजना के तहत खोले गए खाते में पेंशन केवल 60 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर ही आएगी।इस योजना में माता-पिता और गार्जियन अपने नाबालिग बच्चों के लिए एनपीएस वात्सल्य अकाउंट खोल सकते हैं। अभी एनपीएस में सालाना औसत रिटर्न 14% है। ऐसे में तीन साल के बच्चे के लिए हर महीने दस हजार रुपये निवेश करते हैं तो 15 साल में निवेश 18 लाख बनता है। 14% के रिटर्न से यह रकम बढ़कर 60 लाख रुपये हो जाएगी।
3 साल की लॉक-इन अवधि के बाद जमा राशि का 25% निकाला जा सकता है–
इस योजना के तहत 3 साल की लॉक-इन अवधि के बाद शिक्षा, गंभीर बीमारी और विकलांगता जैसी जरूरतों के लिए जमा राशि का 25% निकाला जा सकता है। ऐसा ज्यादा से ज्यादा तीन बार किया जा सकता है।अगर खाताधारक बच्चे की मृत्यु हो जाती है तो उसके नाम से खाते में जमा सारे पैसे उसे माता-पिता (नॉमिनी) को वापस कर दिए जाएंगे। अगर माता या पिता में से किसी एक की मृत्यु हो जाती है तो एक फ्रेश केवाईसी के जरिए दूसरे अभिभावक को रजिस्टर किया जाएगा। अगर माता और पिता दोनों की मृत्यु हो जाती है तो कोई भी कानूनी गार्जियन खाते को बिना योगदान दिए जारी रख सकता है, जब तक बच्चे की उम्र 18 साल नहीं हो जाती। केंद्रीय बजट 2024 में प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों के लिए नियोक्ता की तरफ से नेशनल पेंशन सिस्टम में कटौती की दर को कर्मचारी के वेतन के 10 फीसदी से बढ़ाकर 14 फीसदी करने का प्रस्ताव दिया गया है।योगदान की सीमा में बढ़ोतरी से कार्यबल की सामाजिक सुरक्षा को मजबूती मिलेगी। एनपीएस वात्सल्य योजना माता-पिता के लिए अपने बच्चे के भविष्य को सुरक्षित करने का शानदार मौका होगी। जल्दी शुरुआत करके और नियमित रूप से बचत करके परिवार अपने बच्चों के लिए बड़ी पूंजी तैयार कर सकते हैं। यह योजना सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए वित्तीय सुरक्षा के सरकार के विजन के अनुरूप है।