जीएमवीएन एवं स्थानीय व्यापारियों को भी मिल रहा बढ़ती यात्रा का लाभ, 100 करोड़ से अधिक का हुआ व्यापार
घोड़ा खच्चर संचालन से 40 करोड़ रुपए, हेली सेवाओं ने किया 35 करोड़ का व्यापार
श्री केदारनाथ धाम यात्रा हर वर्ष नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। बाबा केदारनाथ के दर्शन को देश विदेश से पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा नए रिकॉर्ड कायम कर रहा है वहीं स्थानीय लोगों के रोजगार को भी बढ़ती हुई यात्रा से लगातार लाभ मिल रहा है। दूसरी ओर शासन प्रशासन द्वारा यात्रा पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को दी जा रही सुविधाओं से सरकार को भी भारी राजस्व प्राप्त हो रहा है।
सीएम धामी ने कहा कि केदारनाथ धाम यात्रा उत्तराखंड की आस्था और संस्कृति की धुरी बना चुकी है। सरकार का लक्ष्य केवल तीर्थ यात्रियों को सुविधा देना नहीं, बल्कि स्थानीय युवाओं, महिलाओं एवं व्यापारियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना भी है । हम प्रयासरत हैं कि यात्रा सुरक्षित , सुगम और समृद्ध बनाने की दिशा में हर संभव कदम उठाए ।
बाबा के कपाट बाबा केदारनाथ के कपाट खोलने के 1 महीने का समय पूर्ण हो चुका है और इसी एक महीने में सरकारी सुविधाओं को लेकर स्थानीय व्यापारियों ने 2 अरब से अधिक का कारोबार कर लिया है। वहीं जून का महीना शुरू होने के बाद से श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, जिसका स्थानीय व्यापारियों एवं महिला स्वयं सहायता समूह को पूरा लाभ मिलेगा। रविवार 1 जून को बाबा के दर्शन करने वाले भक्तों की संख्या 7 लाख पर हो चुकी है, पिछले एक महीने का औसत निकाला निकाला जाए तो प्रतिदिन 24000 श्रद्धालु बाबा के दर्शनों को केदारपुर पहुंचे हैं। गौरीकुंड से केदारनाथ धाम तक 20 किलोमीटर के पैदल मार्ग में असमर्थ एवं बुजुर्ग भक्त एवं खाद्य पदार्थ से लेकर अन्य अनिवार्य सामग्री को घोड़े खतरों के माध्यम से यात्रा मार्ग घोड़े खच्चरों से यात्रा मार्ग एवं केदारपुरी में पहुंचाया जाता है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आशीष रावत ने बताया कि 31 में तक 1,39,444 श्रद्धालु घोड़े खच्चरों के माध्यम से दर्शन को पहुंचे हैं , जिसके माध्यम से 40 करोड़ 50 लाख से अधिक की आय प्राप्त हुई है । उन्होंने बताया कि इस वर्ष संक्रामक बीमारी इक्वाइन इन्फ्लूएंजा वायरस के चलते कुछ दिन घोड़ा खच्चर संचालन प्रभावित भी रहा।
जिला पर्यटन अधिकारी एवं नोडल हैली सेवा राहुल चौबे के अनुसार इस वर्ष आठ हेली कंपनियां दो हेलीपैड से हेलीकॉप्टर का संचालन कर रही है। 31 मई तक लगभग 33000 श्रद्धालु हेली सेवाओं के माध्यम से बाबा केदारनाथ धाम पहुंचे हैं, जिससे करीब 35 करोड़ के आय प्राप्त हुई है। चौबे ने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि हेली बुकिंग के लिए आईआरसीटीसी की आधिकारिक वेबसाइट से ही बुकिंग करवाए।
अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत रुद्रप्रयाग संजय कुमार के अनुसार इस वर्ष की यात्रा के लिए 7000 से अधिक डांडी कंडी संचालन पंजीकृत है। 31 मई तक 29,275 श्रद्धालु डांडी कंडी के माध्यम से यात्रा कर चुके हैं , जिसके माध्यम से 16 लाख 89 हजार 100 रुपए की आय प्राप्त हुई। वहीं गंदगी फैलाने एवं अन्य नियमों को उल्लंघन करने के पर विभिन्न प्रतिष्ठानों का चालान कर 226000 का अर्थ दंड वसूला गया।
सहायक परिवहन अधिकारी रुद्रप्रयाग कुलवंत सिंह चौहान के अनुसार इस वर्ष श्री केदारनाथ धाम यात्रा में शटल सेवा के लिए 225 गाड़ियां प्रजिकृत है। 1 जून तक 7 लाख श्रद्धालु धाम में पहुंच चुके हैं, यानी अब तक टैक्सी संचालन करीब 7 करोड रुपए शटल सेवा के माध्यम से अर्जित कर चुके हैं । वहीं इस वर्ष नहीं पहल करते हुए 25 गाड़ियां महिला एवं बुजुर्गों के लिए आरक्षित की गई है। पहले चरण में 25 वाहन की इस हेतु लिए गए हैं , अगर प्रयोग सफल रहा तो अधिक गाड़ियों की आवश्यकता महसूस हुई तो गाड़ियों की संख्या बढ़ाई जा सकती है।
व्यापार संघ अध्यक्ष गौरीकुंड रामचंद्र गोस्वामी ने बताया कि श्री केदारनाथ धाम यात्रा का स्वरूप हर वर्ष बढ़ता जा रहा है। एक महीने में यात्रा पर पहुंचे 7 लाख श्रद्धालुओं के हिसाब से औसत निकाला जाए तो 100 करोड़ होटल एव रेस्टोरेंट प्रतिष्ठानों ने कोरबार लिया है । जीएमवीएन के रीजनल मैनेजर गिरवीर रावत के अनुसार जीएमवीएन के 15 प्रतिष्ठान केदारनाथ यात्रा मार्ग पर है, जिसमे ज्ञान गुफा भी शामिल है। इन सभी ने मिलकर एक महीने में 3 करोड़ 80 लाख 1582 का राजस्व से प्राप्त किया।