राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों के पास एक ही रास्ता है आंदोलन। अगर आंदोलन नहीं होगा तो जमीन, फसल और नस्ल खो देंगे।
भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने किसानों से अपनी जमीन, फसल और नस्ल को बचाने के लिए एक बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने सरकार से मुफ्त बिजली प्रदान करने, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सुनिश्चित करने वाला कानून और आवारा मवेशियों से फसल की सुरक्षा देने का वादा भी सरकार को याद दिलाया।
यूपी की राजधानी लखनऊ में किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए टिकैत ने किसानों से स्थानीय मंदिरों में बैठकें करने को कहा। उन्होंने कहा कि किसानों के पास एक ही रास्ता है आंदोलन। अगर आंदोलन नहीं होगा तो जमीन, फसल और नस्ल खो देंगे।
बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने उनसे स्थानीय मंदिरों में ब्लॉक-स्तरीय बैठकें आयोजित शुरू करने और यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि वे स्थानीय मंदिर समितियों का हिस्सा बनें। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि नहीं तो उनके स्थानीय मंदिरों पर आरएसएस और भाजपा के लोगों द्वारा कब्जा कर लिया जाएगा।
टिकैत ने कहा कि देश में मंदिरों को खतरा मुसलमान से नहीं है, मंदिरों को खतरा भाजपा और आरएसएस के लोगों से है। किसानों से बैठकें आयोजित करने के लिए कहते हुए टिकैत ने कहा कि वो हाथों में छड़ी रखे जैसा कि आरएसएस के पदाधिकारी करते हैं। भाकियू के प्रवक्ता ने कहा कि अगर आरएसएस के लोग लाठी लेकर चलते हैं तो आपकी भी परेड लाठी लेके ही होनी चाहिए। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारों ने फरवरी 2021 से उनके साथ कोई बातचीत नहीं की है। टिकैत ने कहा कि एक साजिश चल रही है। ये सरकारें हमें धर्म और जाति के आधार पर बांट देंगी, लेकिन हमें बड़ा आंदोलन चलाकर अपनी विचारधारा की रक्षा के लिए लड़ना होगा। सभी किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ तैयार रहें।
टिकैत ने कहा कि अगर सरकारी अधिकारी आरएसएस की बैठकों में शामिल होते हैं, तो किसानों का समर्थन करने वाले लोग भी किसानों की बैठकों में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि अगर ऐसे लोगों को निशाना बनाया गया तो वे किसान आरएसएस की शाखाओं को निशाना बनाने के लिए आंदोलन शुरू करेंगे। किसान नेता ने विपक्षी गुट इंडिया को यह भी सलाह दी कि उन्हें आपस में नहीं लड़ना चाहिए, अगर वो आपस में लड़ेंगे तो केंद्र की मोदी सरकार और तानाशाही और शक्तिशाली हो जाएगी।